Mera Kuch Saaman ( Lyrics )
Movie : Ijaazat
Music Director : R.D.Burman
Singer(s) : Asha Bhosle
Lyricists : Gulzar
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा हैं - 2
सावन के कुछ भीगे - भीगे दिन रखे हैं
और मेरे एक ख़त में लिपटी रात पडी हैं
वो रात बुझा दो, मेरा सामान लौटा दो - 2
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा हैं
सावन के कुछ भीगे - भीगे दिन रखे हैं
और मेरे एक ख़त में लिपटी रात पडी हैं
वो रात बुझा दो, मेरा सामान लौटा दो
पतझड़ हैं कुछ, हैं ना ...
पतझड़ में कुछ पत्तों के गिराने की आहात - 2
कानों में एक बार पहन के लौटाई थी
पतझड़ की वो शांख अभी तक काँप रही हैं
वो शांख गिरा दो, मेरा वो सामान लौटा दो - 2
एक अकेले छतरी में जब आधे आधे भीग रहे थे - 2
आधे सूखे आधे गिले, सुखा तो मैं ले आयी थी
गिला मन शायद, बिस्तर के पास पडा हो
वो भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो - 2
एक सौ सोलह चाँद की रातें, एक तुम्हारे काँधे का तील - 2
गीली मेहंदी की खुशबू, झूठमूठ के सिकवे कुछ
झूठमूठ के वादे भी, सब याद करा दो
सब भिजवा दो, मेरा वो सामन लौटा दो - 2
एक इजाजत दे दो बस
जब इस को दफ़नाउन्गी
मैं भी वही सो जाऊँगी - 2
Movie : Ijaazat
Music Director : R.D.Burman
Singer(s) : Asha Bhosle
Lyricists : Gulzar
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा हैं - 2
सावन के कुछ भीगे - भीगे दिन रखे हैं
और मेरे एक ख़त में लिपटी रात पडी हैं
वो रात बुझा दो, मेरा सामान लौटा दो - 2
मेरा कुछ सामान तुम्हारे पास पड़ा हैं
सावन के कुछ भीगे - भीगे दिन रखे हैं
और मेरे एक ख़त में लिपटी रात पडी हैं
वो रात बुझा दो, मेरा सामान लौटा दो
पतझड़ हैं कुछ, हैं ना ...
पतझड़ में कुछ पत्तों के गिराने की आहात - 2
कानों में एक बार पहन के लौटाई थी
पतझड़ की वो शांख अभी तक काँप रही हैं
वो शांख गिरा दो, मेरा वो सामान लौटा दो - 2
एक अकेले छतरी में जब आधे आधे भीग रहे थे - 2
आधे सूखे आधे गिले, सुखा तो मैं ले आयी थी
गिला मन शायद, बिस्तर के पास पडा हो
वो भिजवा दो, मेरा वो सामान लौटा दो - 2
एक सौ सोलह चाँद की रातें, एक तुम्हारे काँधे का तील - 2
गीली मेहंदी की खुशबू, झूठमूठ के सिकवे कुछ
झूठमूठ के वादे भी, सब याद करा दो
सब भिजवा दो, मेरा वो सामन लौटा दो - 2
एक इजाजत दे दो बस
जब इस को दफ़नाउन्गी
मैं भी वही सो जाऊँगी - 2
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